1.
सावन की रिमझिम बूँदों में बसी है मोहब्बत की ख़ुशबू,
हर बारिश की बूँद लाए तुम्हारी यादों की तरावट का लम्हा।
2.
सावन आया है, संग लाया है खुशियों की मस्तियाँ,
हर बूँद में है समाई, दिल की अनकही बातों की हस्तियाँ।
3.
बारिश की बूँदों में जैसे मिल जाए सुकून का ठिकाना,
तुम्हारे बिना इस सावन की खुशबू अधूरी सी लगती है, पाना।
4.
सावन की रुत में, हर घड़ी तेरी यादों का अहसास है,
मेरे दिल की धड़कन में, तेरे बिना कोई भी सुकून का एहसास नहीं।
5.
जब से आई है सावन की बूँदें,
तेरे बिना ये बारिश भी एक उदास बात बन गई है।
6.
सावन की बूँदों से सज गई धरती,
तेरे बिना तो जैसे वो भी बेबस सी लगती।
7.
फूलों की खुशबू और सावन की बूँदें,
तेरे बिना सब कुछ अधूरा सा लगता है, हर पल।
8.
सावन की फिजा में हर सूखी राहें भी हरी हो जाती हैं,
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी की राहें भी जैसे सूखी सी रह जाती हैं।
9.
बारिश की बूँदें गा रही हैं तेरे प्यार का गीत,
सावन की रातें भी हैं तुझसे मिलने की उस हसरत की सच्ची बात।
10.
सावन की बूँदें हर दिल को भिगोती हैं,
तेरे बिना ये बारिश भी तो मुझको सिर्फ तरसाती है।
11.
सावन की बूँदों में जब तेरी यादें मिलती हैं,
हर दर्द और ग़म, जैसे दिल से निकलती हैं।
12.
सावन की रुत में तेरे बिना ये बारिश भी फीकी सी लगती है,
तेरे ख्यालों में ही बसी, ये दिल की हर एक चहकती रुत सी लगती है।
13.
सावन की हर बूँद के संग, तेरी यादें भी बहती हैं,
दिल के हर कोने में बस, तुझसे जुड़ी कहानियाँ रहती हैं।
14.
बारिश की बूँदों से सजे आंगन में,
तेरे बिना हर लम्हा जैसे अधूरा सा लगने लगे है।
15.
सावन की फिजा में तेरे प्यार की ख़ुशबू है,
बारिश की बूँदें भी अब तुझसे मिलने की जुस्तजू है।
16.
तेरे बिना सावन का हर दिन अधूरा सा लगता है,
बूँद-बूँद में तेरा प्यार ही दिल को भाता है।
17.
सावन की रातों में जब भी दिल तेरा नाम लेता है,
हर बूँद की आवाज़ में तेरा ही हसीन अहसास बुनता है।
18.
बारिश की बूँदें और सावन की रुत,
तेरे बिना सब कुछ लगता है सूना, बेसुध।
19.
सावन की बूँदों से भर देती है धरती को हरी चादर,
तेरे बिना दिल की सूनी राहें अब भी हैं बेचारी।
20.
सावन की बूँदें जब गिरीं तेरे ख्यालों के संग,
हर ग़म और उदासी को सवेरा बनाना है अब संग।
21.
सावन की रुत में बूँदों की सौगातें,
तेरे बिना हर खुशी भी अधूरी सी लगती हैं, जान लेते हैं।
22.
जब सावन की बूँदें बरसती हैं,
तेरे बिना हर ख्वाब भी जैसे अब हसरत बन जाता है।
23.
सावन की बारिश में जब दिल तेरा ख़्वाब देखता है,
हर बूंद में तेरा चेहरा जैसे मेरे दिल को महसूस करता है।
24.
सावन का हर दिन जैसे हो तुझसे मिलने का सपना,
तेरे बिना हर बारिश का हर पल है बस एक ख्यालों का सपना।
25.
सावन की बूँदें और तेरे प्यार का आलम,
हर लम्हा अब बस तेरा ही इंतज़ार है, हर दिल का हर एक मर्म।